आंखों को देखकर जान लो, चेहरे के भाव पहचान लो। आंखों को देखकर जान लो, चेहरे के भाव पहचान लो।
कल फिर उठूंगा किस उम्मीद में ? हां ,उसी नए सवेरे की उम्मीद में, ए जिंदगी मुश्किल है कल फिर उठूंगा किस उम्मीद में ? हां ,उसी नए सवेरे की उम्मीद में, ए जिंदगी म...
पतझड़ को सावन में बदलकर हर दुख में मुस्कुराना सिखा दियाI पतझड़ को सावन में बदलकर हर दुख में मुस्कुराना सिखा दियाI
जिसकी न की कभी तैयारी, उनमें सफल होना सिखा दिया। जिसकी न की कभी तैयारी, उनमें सफल होना सिखा दिया।
जो किसी से न कुछ सीखे उसे वक्त सिखा देता है जो आलस में पड़ा रहता उसे वक्त मार देता है। जो किसी से न कुछ सीखे उसे वक्त सिखा देता है जो आलस में पड़ा रहता उसे...
ज़िंदगी ना जाने क्या समझा रही है ग़ालिबन जीना मुझे सीखा रही है ज़िंदगी ना जाने क्या समझा रही है ग़ालिबन जीना मुझे सीखा रही है